राधे राधे
..
राधारमण को देख भुलाय गयी रे , कोटि मनोज लजावन
हारे........
नख सिख निरख ठगाय
गयी रे....
माथे मणि मौर
तिलक श्रुति कुंडल..अलकें चित ही चुराय गयी रे.....
राधारमण को देख
भुलाय गयी रे.......
खंजन नयन बदन
विधु आनन.......चितवन जादू चलाय गयी रे.....
राधारमण को देख
भुलाय गयी रे
दन्दिम दर्शन अधर
अरुनारे,,मुस्कन छवि मन
भाय गयी रे...
राधारमण को देख
भुलाय गयी रे...........
अंग अंग लसत
सुंदर भूषण ..शोभा दृगन समाई गयी रे....
राधारमण को देख
भुलाय गयी रे
हम श्रीराधाजु
संग सदा सदा करिबे ,,,गिरधर प्रभु पे
बिकाय गयी रे
राधारमण को देख
भुलाय गयी रे.....
जय जय श्री राधे
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