मन तड़पत हरी दर्शन को आज
मोरे तुम बिन बिगरे सगरे काज
बिनती करत हूँ, रखियो लाज
मन तड़पत.....😭😭
तुमरे द्वार का मैं हूँ जोगन
हमरी ओर नज़र कब होगी
सुनो मोरे ब्याकूल मन का बाज
मन तड़पत .....😭😭
बिन गुरु ज्ञान कहाँ से पाऊँ
दिजो दान हरी गुण गाऊँ
सब गुणी जन पे तुमरा राज
मन तड़पत......😭😭
मुरली मनोहर आस ना तोडो
दुख भंजन मोरा साथ
ना छोड़ो मोहे दर्शन भिक्षा
दे दो आज......😭😭
मोरे तुम बिन बिगरे सगरे काज
बिनती करत हूँ, रखियो लाज
मन तड़पत.....😭😭
तुमरे द्वार का मैं हूँ जोगन
हमरी ओर नज़र कब होगी
सुनो मोरे ब्याकूल मन का बाज
मन तड़पत .....😭😭
बिन गुरु ज्ञान कहाँ से पाऊँ
दिजो दान हरी गुण गाऊँ
सब गुणी जन पे तुमरा राज
मन तड़पत......😭😭
मुरली मनोहर आस ना तोडो
दुख भंजन मोरा साथ
ना छोड़ो मोहे दर्शन भिक्षा
दे दो आज......😭😭
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