Thursday 20 April 2017

जो बोयेगा वाही पायेगा

जो बोयेगा वाही पायेगा तेरा किया आगे जाएगा
सुख दुख है क्या फल कर्मो का
जैसी करनी वैसी भरनी
जो बोयेगा वाही पायेगा

सबसे बड़ी पूजा है माता पिता की सेवा
किस्मत वालो को ही मिलाता है ये मौक़ा
हाथ से अपने खो मत देना मौक़ा ये खिदमत का
जन्नत का दर खुल जाएगा
तेरा किया आगे जाएगा

चाहे न पूजे मूरत चाहे न तीरथ जाए
मात पिता के तन मे सारे देव समाये
तू इनका दिल खुश रखे तो इश्वर खुश हो जाए
भगवान तुझको मिल जाएगा
तेरा किया आगे जाएगा

अपनो को जो अपनी दुनिया ठुकराती है
जाने अनजाने मे हाय निकल जाती है
हाय लगे न तुझको दुवा ये मान देकर जाती है
मान का दिल माफ़ कर जाएगा
तेरा किया आगे जाएगा

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