जय श्री राधे,जय श्री कृष्णा""~~~
"
जरा इतना बता दे कान्हा,
तेरा रंग काला क्यों ,
काला होकर भी,
जग से निराला क्यों |"
मैंने काली रात में जन्म लिया,
और काली गाय का दूध पिया,
मेरी कमली भी काली है,
इसीलिये काला हूँ |
सखी रोज घर में बुलाती हैं,
और माखन बहुत खिलातीं हैं,
सखियों का दिल काला,
इसीलिये काला हूँ |
सावन में बिजली कड़कती है,
बादल भी बहुत गरजते हैं,
बादल का रंग काला,
इसीलिये काला हूँ |
सखी नयनों में कजरा लगाती है,
और नयनों में मुझे बिठाती हैं,
कजरे का रंग काला,
इसीलिये काला हूँ |
""जय गोबिंदा,जय गोपाला
जय मुरली मनोहर, जय नंदलाला |"
जरा इतना बता दे कान्हा,
तेरा रंग काला क्यों ,
काला होकर भी,
जग से निराला क्यों |"
मैंने काली रात में जन्म लिया,
और काली गाय का दूध पिया,
मेरी कमली भी काली है,
इसीलिये काला हूँ |
सखी रोज घर में बुलाती हैं,
और माखन बहुत खिलातीं हैं,
सखियों का दिल काला,
इसीलिये काला हूँ |
सावन में बिजली कड़कती है,
बादल भी बहुत गरजते हैं,
बादल का रंग काला,
इसीलिये काला हूँ |
सखी नयनों में कजरा लगाती है,
और नयनों में मुझे बिठाती हैं,
कजरे का रंग काला,
इसीलिये काला हूँ |
""जय गोबिंदा,जय गोपाला
जय मुरली मनोहर, जय नंदलाला |"
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