Saturday 6 May 2017

आनंद छाये

श्रीहित हरिवंश प्रगटाये वृन्दावन आनंद छाये...
मथुरा निकट बाद ग्राम में प्रकट भए.. ब्रजमंडल में आये..वृन्दावन आनंद छाये...
श्रीव्यास मिश्र जी को देवो बधाई..तारा रानी की कूख सिहाये...वृन्दावन आनंद छाये...
हरि की वंशी ने जनम लियौ है..याते हित हरिवंश कहलाये..वृन्दावन आनंद छाये...
हिलमिल वैष्णव नाचत गावत..सोहर गीत बधाये...वृन्दावन आनंद छाये...
रास विलास श्याम श्यामा को..गाये और दुलराये...वृन्दावन आनंद छाये...
राधावल्लभ लाल जीवन धन..श्रीराधा-राधा गाये..वृन्दावन आनंद छाये...
"गौरदास" आचारज प्रगटे..बार बार बलि जाये...वृन्दावन आनंद छाये...

श्रीवृन्दावन रस-उद्भावक, आद्या रसिकाचार्य, वंशी अवतार, श्री युगल की प्राणप्रिया सहचरी स्वामिनी श्रीहित सजनी जू, अनंत श्रीविभूषित पूज्यपाद श्रीमन्महाप्रभु श्रीहित हरिवंशचन्द्र जू महाराज के प्रकाट्य की सभी की बहुत बहुत बधाई 

जय जय राधावल्लभ श्रीहरिवंश श्रीवृन्दावन श्रीवनचन्द

जय जय श्रीकुंजबिहारी श्रीहरिदास

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