Thursday 25 August 2016

नन्दजी के अंगना में डोले रे साँवरिया,

नन्दजी के अंगना में डोले रे साँवरिया,
लाड लड़ाये सारी गूजरियां...देखो डोले रे साँवरिया ||

गोरे~गोरे मुखड़े पे लट काली लटके,
टेढ़ी~मेढ़ी चाल बाँकी आड़े टेडे झटके |
हाथो में सोहे प्यारी बाँसुरिया...देखो डोले रे साँवरिया ||

गूजरी ठिठोरी करे कान्हा मुस्काये,
बलिहारी जाये सारी लेवे रे बलायेँ |
लीला करे है नट नागरिया...देखो डोले रे साँवरिया ||

गुजरी सूं बोली मैया जाओ घर जाओ,
थक जावेगो लल्लो ऐसे ना नचाओ |
माखन की लाई क्यूँ तूं गागरिया...देखो डोले रे साँवरिया ||

रोको मत मैया मैँ तो लाड लडाउंगी,
कान्हुड़ा ने ताजा~ताजा माखन चटाऊँगी |
हर्ष हुई रे मैँ तो बावरिया...देखो डोले रे साँवरिया ||

No comments:

Post a Comment