जय बजरंगी ||•~•*•~•*•
•*•~•*•~•|| जय हनुमान
आज मंगलवार है महावीर का वार है यह सच्चा दरबार है |
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे उसका बेडा पार है ||
चैत्र सुदी पूनम मंगल को जन्म वीर ने पाया है |
लाल लंगोटा गदा हाथ में सर पर मुकट सजाया है ||
शंकर का अवतार है...महावीर का वार है...
ब्रह्मा जी से ब्रह्म ज्ञान का बल भी तुमने पाया है ।
राम काज शिवशंकर ने वानर का रूप धराया है ।।
लीला अपरम्पार है...महावीर का वार है...
बालपन में महावीर ने हरदम ध्यान लगाया है |
श्राप दिया ऋषियों ने तुमको बल का ध्यान भुलाया है ||
राम नाम आधार है...महावीर का वार है...
राम जन्म जब हुआ अयोध्या में कैसा नाच नचाया है |
कहा राम ने लक्ष्मण से यह वानर मन को भाया है ||
राम लक्ष्मण से प्यार है...महावीर का वार है...
पंचवटी से सीता को रावण जब लेकर आया है |
लंका में जाकर तुमने माता का पता लगाया है ||
अक्षय को दिया मार है...महावीर का वार है...
मेघनाद ने ब्रह्म पाश तुमको आन फंसाया है |
ब्रह्पाश में फँस करके ब्रह्मा का मान बढाया है ||
बजरंगी की बाँकी मार है...महावीर का वार है...
लंका जलाई आपने रावण भी घबराया है |
श्री राम लखन को आन करके सीता सन्देश सुनाया है ||
सीता शोक अपार है...महावीर का वार है...
शक्ति बाण लग्यो लक्ष्मण के बूटी लेने धाये हैं |
लाकर बूटी लक्ष्मण जी के प्राण बचाये हैं ||
राम लखन का प्यार है...महावीर का वार है...
राम चरण में महावीर ने हरदम ध्यान लगाया है |
राम तिलक में महावीर ने सीना फाड़ दिखाया है ||
सीने में राम दरबार है...महावीर का वार है...
आज मंगलवार है महावीर का वार है यह सच्चा दरबार है |
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे उसका बेडा पार है ||
आज मंगलवार है महावीर का वार है यह सच्चा दरबार है |
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे उसका बेडा पार है ||
चैत्र सुदी पूनम मंगल को जन्म वीर ने पाया है |
लाल लंगोटा गदा हाथ में सर पर मुकट सजाया है ||
शंकर का अवतार है...महावीर का वार है...
ब्रह्मा जी से ब्रह्म ज्ञान का बल भी तुमने पाया है ।
राम काज शिवशंकर ने वानर का रूप धराया है ।।
लीला अपरम्पार है...महावीर का वार है...
बालपन में महावीर ने हरदम ध्यान लगाया है |
श्राप दिया ऋषियों ने तुमको बल का ध्यान भुलाया है ||
राम नाम आधार है...महावीर का वार है...
राम जन्म जब हुआ अयोध्या में कैसा नाच नचाया है |
कहा राम ने लक्ष्मण से यह वानर मन को भाया है ||
राम लक्ष्मण से प्यार है...महावीर का वार है...
पंचवटी से सीता को रावण जब लेकर आया है |
लंका में जाकर तुमने माता का पता लगाया है ||
अक्षय को दिया मार है...महावीर का वार है...
मेघनाद ने ब्रह्म पाश तुमको आन फंसाया है |
ब्रह्पाश में फँस करके ब्रह्मा का मान बढाया है ||
बजरंगी की बाँकी मार है...महावीर का वार है...
लंका जलाई आपने रावण भी घबराया है |
श्री राम लखन को आन करके सीता सन्देश सुनाया है ||
सीता शोक अपार है...महावीर का वार है...
शक्ति बाण लग्यो लक्ष्मण के बूटी लेने धाये हैं |
लाकर बूटी लक्ष्मण जी के प्राण बचाये हैं ||
राम लखन का प्यार है...महावीर का वार है...
राम चरण में महावीर ने हरदम ध्यान लगाया है |
राम तिलक में महावीर ने सीना फाड़ दिखाया है ||
सीने में राम दरबार है...महावीर का वार है...
आज मंगलवार है महावीर का वार है यह सच्चा दरबार है |
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे उसका बेडा पार है ||
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