Tuesday 27 December 2016

तेरे पूजन को भगवान, बना मन मंदिर आलीशान,

तेरे पूजन को भगवान, बना मन मंदिर आलीशान,
किसने देखी तेरी माया, किसने भेद तेरा है पाया.
हारे ऋषि मुनि कर ध्यान, बना मन मंदिर आलीशान,
तेरे पूजन को भगवान, बना मन मंदिर आलीशान.
किसने देखी तेरी सूरत, कौन बनाये तेरी मूरत?
तू है निराकार भगवान, बना मन मंदिर आलीशान,
तेरे पूजन को भगवान, बना मन मंदिर आलीशान.
तू ही जल में, तू ही थल में, तू ही मन में, तू ही वन में...
तेरा रूप अनूप महान... बना मन मन्दिर आलीशान...
तेरे पूजन को भगवान, बना मन मंदिर आलीशान.
तू हर गुल में तू बुलबुल में, तू हर डाल के हर पातन में,
तू हर दिल में प्रभु को मान, बना मन मंदिर आलीशान,
तेरे पूजन को भगवान, बना मन मंदिर आलीशान.
सागर तेरी शान बंधावे, पर्वत तेरी शोभा गावे,
तू है सर्वशक्तिमान, बना मन मंदिर आलीशान,
तेरे पूजन को भगवान, बना मन मंदिर आलीशान.
तूने राजा रंक बनाय, तूने भिक्षुक राज बिठाये,
तेरी लीला ईश महान, बना मन मंदिर आलीशान,
तेरे पूजन को भगवान, बना मन मंदिर आलीशान.
झूठे जग की झूठी माया, मूरख इसमें क्यों भरमाया?
कर कुछ जीवन का कल्याण, बना मन मंदिर आलीशान,
तेरे पूजन को भगवान, बना मन मंदिर आलीशान,

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