Thursday 15 December 2016

आ गया तेरी शरण मे...मुझको अपनालो प्रभु...

आ गया तेरी शरण मे...मुझको अपनालो प्रभु...

आज तक झूठे जगत की...ठोकरें खाई बहुत ।
गिरते पड़ते द्वारा पंहुचा...मुझको संभालो प्रभु ।।
आ गया तेरी शरण मे...मुझको अपनालो प्रभु...

नाम तेरा सुनके आया "" साँवरे ""...तू दयालु है बड़ा ।
तेरा तो कोमल हृदय है...मुझको ना टालें प्रभु ।।
आ गया तेरी शरण मे...मुझको अपनालो प्रभु...

कितनों के जीवन सवार...तेरी करुणा दृष्टि ने ।
एक नजर मुझपे भी...तेरे प्यार की डालो प्रभु ।।
आ गया तेरी शरण मे...मुझको अपनालो प्रभु..

"" भक्त "" की ये ही तमन्ना...चरणों का चाकर बनु ।
धन्य हो जाऊँगा में भी...सेवा करवालो प्रभु ।
आ गया तेरी शरण मे...मुझको अपनालो प्रभु...

( तर्ज : साँवली सूरत पे मोहन दिल दीवाना हो गया...)

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