Saturday 6 February 2016

ऐ मालिक तेरे बन्दे हम

मालिक तेरे बन्दे हम ऐसे हो हमारे करम
नेकी पर चले और बदी से टले ताकि हंसते हुए निकले दम।

ये अंधेरा घना छा रहा तेरा इंसान घबरा रहा,
हो रहा बेखबर कुछ न आता नजर गम का सूरज डूब जा रहा,
है तेरी रौशनी में जो दम तो अमावस को कर दे पूनम,
नेकी पर चले और बदी से टले ताकि हंसते हुए निकले दम।

जब जुल्मो का हो सामना तब तू ही हमें थामना,
वो बुराई करें हम भलाई करें नहीं बदले की हो भावना,
बढ़ चले प्यार का हर कदम और मिटे बैर का ये भरम,
नेकी पर चले और बदी से टले ताकि हंसते हुए निकले दम।

बड़ा कमजोर है आदमी अभी अभी लाखो हैं इसमें कमीं,
पर तू जो है खड़ा है दयालु बड़ा तेरी कृपा से हैं हम सभी,
दिया तूने हमें जब जनम हंस करके सहेंगे हर गम,
नेकी पर चले और बदी से टले ताकि हंसते हुए निकले दम ।

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