Saturday 2 January 2016

कहा मिलेंगे श्याम

कहा मिलेंगे श्याम
बताओ कहाँ मिलेगा श्याम.......!!
बताओ कहाँ मिलेगा श्याम,
चरण पादुका लेकर सब से पूछ रहे रसखान॥
बताओ कहाँ मिलेगा श्याम....
वो नन्ना सा बालक है, सांवली सी सूरत है,
बाल घुंघराले उसके, पहनता मोर मुकुट है।
नयन उसके कजरारे, हाथ नन्ने से प्यारे,
बांदे पैजन्यिया पग में, बड़े दिलकश हैं नज़ारे।
घायल कर देती है दिल को, उसकी इक मुस्कान॥
बताओ कहाँ मिलेगा श्याम...
समझ में आया जिसका पता तू पूछ रहा है,
वो है बांके बिहारी, जिसे तू ढूंढ रहा है।
कहीं वो श्याम कहाता, कहीं वो कृष्ण मुरारी,
कोई सांवरिया कहता, कोई गोवर्धन धारी।
नाम हज़ारो ही हैं उसके कई जगह में धाम॥
बताओ कहाँ मिलेगा श्याम...
जाग कर रात बिताई भोर होने को आई,
तभी उसके कानो में कोई आहट सी आई।
वो आगे पीछे देखे, वो देखे दाएँ बाएँ,
वो चारो और ही देखे, नज़र कोई ना आए।
झुकी नज़र तो कदमो में ही बैठा नन्हा श्याम॥
बताओ कहाँ मिलेगा श्याम..
              राधे-राधे

No comments:

Post a Comment