Wednesday 4 January 2017

ओ साँवरा...ओ विट्टला...ओ केशवा...ओ माधवा...

ओ साँवरा...ओ विट्टला...ओ केशवा...ओ माधवा...
मेरी भी नैया को खेवैया बन करा दो पार साँवरा...
ओ साँवरा...ओ विट्टला...ओ केशवा...ओ माधवा...
ओ साँवरा...ओ विट्टला...ओ केशवा...ओ माधवा...

बिन तेरे प्यारे मेरी ये नैया...
कैसे पार लगे...भव सागर कन्हैया...
दुब न जाये कहीं...मेरी ये नैया...
पार लगा दो तुम...आकर कन्हैया...
ओ साँवरा...ओ विट्टला...ओ केशवा...ओ माधवा...
ओ साँवरा...ओ विट्टला...ओ केशवा...ओ माधवा...

कैसी ये प्यारे...भूल हुईं हमसे...
जो तुम रूठ गये...साँवरा हमसे...
रूठो ना हमसे...बच्चे हम तेरे...
थाम लो आकर के...पतवार हमारी ये...
ओ साँवरा...ओ विट्टला...ओ केशवा...ओ माधवा...
ओ साँवरा...ओ विट्टला...ओ केशवा...ओ माधवा...

बित न जाये कहीं...मेरा ये जीवन ...
आस में ही तेरे...मेरे मनमोहन...
कब जाने हमको...माफ़ करोगे तुम...
भक्त की अर्जी...स्वीकार करोगे तुम...
ओ साँवरा...ओ विट्टला...ओ केशवा...ओ माधवा...
ओ साँवरा...ओ विट्टला...ओ के

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