Friday 8 April 2016

सावली सूरत पे मोहन दिल दीवाना हो गया

सावली सूरत पे मोहन दिल दीवाना हो गया 
दिल दीवाना हो गया मेरा दिल दीवाना हो गया
सावली सूरत पे मोहन दिल दीवाना हो गया...

एक तो तेरे नैन तिरछे दूसरा काजल लगा
तीसरा नज़रे मिलाना दिल दीवाना हो गया...
सावली सूरत पे मोहन दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया मेरा दिल दीवाना हो गया

एक तो तेरे होंठ पतले दूसरा लाली लगी
तीसरा तेरा मुस्कुराना दिल दीवाना हो गया...
सावली सूरत पे मोहन दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया मेरा दिल दीवाना हो गया

एक तो तेरे हाथ कोमल दूसरा मेहन्दी लगी
तीसरा मुरली बजाना दिल दीवाना हो गया...
सावली सूरत पे मोहन दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया मेरा दिल दीवाना हो गया

एक तो तेरे पाँव नाजुक दूसरा पायल बंधी
तीसरा तेरे घुँघरू बजाना दिल दीवाना हो गया...
सावली सूरत पे मोहन दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया मेरा दिल दीवाना हो गया

एक तो तेरे भोग छप्पन दूसरा माखन घना
तीसरा खिचडे का खाना दिल दीवाना हो गया...
सावली सूरत पे मोहन दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया मेरा दिल दीवाना हो गया

एक तो तेरे साथ राधा दूसरा रुक्मण खड़ी
तीसरा मीरा का गाना दिल दीवाना हो गया...
सावली सूरत पे मोहन दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया मेरा दिल दीवाना हो गया

एक तो तुम देवता हो दूसरा प्रियतम मेरे
तीसरा सपनो में आना दिल दीवाना हो गया...
सावली सूरत पे मोहन दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया मेरा दिल दीवाना हो गया

सावली सूरत पे मोहन दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया मेरा दिल दीवाना हो गया
सावली सूरत पे मोहन दिल दीवाना हो गया...

" ʝaï ֆɦʀɛɛ kʀɨֆɦռa "
!! Զเधे Զเधे !!

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